Friday, April 5, 2019

http://www.hindi.ind.in/erectile-dysfunction.html

शीघ्रपतन क्या होता है?
शीघ्र गिर जाने को शीघ्रपतन कहते हैं। सेक्स के मामले में यह शब्द वीर्य के स्खलन के लिए प्रयोग किया जाता है। पुरुष की इच्छा के विरुद्ध उसका वीर्य अचानक स्खलित हो जाए, स्त्री सहवास करते हुए संभोग शुरू करते ही वीर्यपात हो जाए और पुरुष रोकना चाहकर भी वीर्यपात होना रोक न सके, अधबीच में अचानक ही स्त्री को संतुष्टि व तृप्ति प्राप्त होने से पहले ही पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाना या निकल जाना, इसे शीघ्रपतन होना कहते हैं। इस व्याधि का संबंध स्त्री से नहीं होता, पुरुष से ही होता है और यह व्याधि सिर्फ पुरुष को ही होती है।

Thursday, April 4, 2019

http://www.hindi.ind.in/mughal-e-azam-cream.html

मुगले आज़म क्रीम

  • समय से पहले या स्खलन को रोकता है
  • यौन रुचि उत्तेजित करने में सहयता करता है
  • रक्त प्रवाह को वृद्धि करने में मदद करता है
  • पुरुष यौन अंगों के कार्य को बढ़ाता है
  • क्षमता बढ़ाता है तथा आत्मविश्वास
  • ग्रेटर सेक्स ड्राइव प्रदान करता है
  • चिकित्सक द्वारा स्वीकृत और अनुशंसित
  • बहुत आसान शिपिंग और बिलिंग
  • बिना पंप्स, बिना कोई सर्जरी, न ही व्यायाम
  • बिना कोई दुष्प्रभाव के साथ १०० % सुरक्षित
  • लिंग की नसों को मज़बूत बनाने में सहयता करता है
  • यह शक्ति प्रदान करने में और कामेच्छा बढ़ाने में सहयता करता है
  • जीवन शक्ति को पुनर्स्थापित करने में आपकी सहयता करता है
  • अधिक से अधिक यौन आत्मविश्वास और नियंत्रण का एहसास
उत्तेजित अवस्था में शिश्न की लम्बाई ओर मोटाई बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि उत्थान केन्द्र कितना सशक्त है। जैसे ही मस्तिष्क में काम जाग्रत होता है वैसे ही वह उत्थान केन्द्र को लिंग के स्पंजी टिशू में रक्त भेजने का आदेश भेजता है। यदि उत्थान केन्द्र सशक्त है तो वह उसी अनुपात में उतना ही अधिक रक्त लिंग में एकत्रित करने में समर्थ होता है जिसके फलस्वरूप लिंग का आकार उसी अनुपात में बड़ा हो जाता है। अगर उत्थान केन्द्र दुर्बल हो चुका है तो लिंग की लम्बाई, चैड़ाई अपेक्षाकृत कम होती है। नपुंसकता की ओर बढ़ रहे युवकों में जहां काम केन्द्र दुर्बल पड़ जाते हैं वहां उत्थान केन्द्र विशेष रूप से प्रभावित होता है और दुर्बल उत्थान केन्द्र पर्याप्त मात्रा में लिंग में रक्त एकत्रित करने में असमर्थ होने के कारण लिंग का आकार प्राकृत रूप में नहीं आ पाता है। जैसे-जैसे उत्थान केन्द्र की दुर्बलता बढ़ती जाती है वैसे-वैसे लिंग की लम्बाई और चौड़ई कम होती जाती है। उत्तेजित लिंग के सामान्य से कम आकार को देखकर निष्कर्ष निकालना चाहिए कि उत्थान केन्द्र निर्बल हो चुका है। यदि यह दुर्बलता बढ़ती रहती है तो एक अवस्था ऐसी आती है जब उत्थान केन्द्र में बिल्कुल रक्त नहीं भर पाता और परिणामस्वरूप लिंग में उत्थान नहीं होता। इसको ही पूर्ण नपुंसकता कहते हैं। ऐसी अवस्था में मुगले आज़म क्रीम का प्रयोग करने से उत्थान केन्द्र को मज़बूत करता है तथा लिंग के बड़े प्रकोष्ट (कार्पस केवेरनोसम) में रक्त इकट्टा होने लगता है तथा इस क्रीम के प्रयोग से स्पंजी उतक को मजबूती प्राप्त होती है जिससे यह नसों पर दाब बना कर रक्त को वापस बाहर नहीं जाने देता तथा लिंग का आकर को बड़ा तथा खड़ा रखता है

 



Wednesday, April 3, 2019

http://www.hindi.ind.in/breast-reduction.html

प्रभावी हर्बल उपचार के द्वारा अपने स्तनों को छोटा करिए

स्तन का आकार जींस, हार्मोन, शरीर आकर और वजन द्वारा निर्धारित की जाती है. ज्यादातर महिलाओं के लिए, स्तन का आकार शरीर के अनुपात में होता है, लेकिन कुछ इस्त्रियों के विशेष रूप से बड़े स्तन होते हैं. बड़े स्तन मनोवैज्ञानिक संकट भी पैदा कर सकते है. जैसे की अधिकतर युवतियों में बड़े स्तन होने के कारण शर्म सी महसूस होने लगती है बड़े स्तनों के साथ महिलाओं को फैशनेबल कपड़े पहनने में समस्या आती है तथा अधिकतर स्पोर्ट खिलाडियों के लिए बड़े स्तन होने के कारण खेल में कठिनाई का सामना करना पड़ता है तथा बहुत बड़े स्तन होने के कारण स्कूल या कालेज में पढने वाली छात्राओं को बहुत अधिक असुविधा का सामना करना पड़ता है
स्तन में विशेष रूप से हार्मोन एस्ट्रोजन अधिक संवेदनशील हैं. विशेष रूप किशोरावस्था के दौरान बढ़ने या रजोनिवृत्ति के बाद में स्तन की अनियंत्रित वृद्धि पाई गयी है . कुछ महिलाओं को भी अपने स्तनों के बीच एक नमूदार विषमता (आकार या आकार में अंतर) का विकास मिला है. यह वृद्धि स्तन को बेडोल बनती है एक महिला शल्य चिकित्सा के लिए वजन और स्तनों की मात्रा को कम करने के लिए स्तन ऑपरेशन भी किये जाते हैं. परन्तु स्तन को कम करने की यह विधि बहुत अधिक खतरनाक होती है इस प्रक्रिया के दौरान, वसा, ग्रंथियों के ऊतक और त्वचा स्तन को निपल्स के पास से हटा देते हैं. इस विधि के प्रयोग से स्तन कैंसर के बहुत से मामले सामने आये हैं अतः यह बहुत अधिक हानिकारक है. तथा हमारी आप से यह सलाह है की आप कभी भी स्तन समस्या के लिए सर्जरी जैसा खतरनाक तरीका न अपनाएं

 

 



Tuesday, April 2, 2019

http://www.hindi.ind.in/stan.html

स्तन समस्या और उनका समाधान

आज पूरे विश्व में 40 प्रतिशत महिलाऐं अविकसित वक्षों से परेशान हैं, और यह समस्या काफी बढ़ती जा रही है, महिलाऐं वक्षों को विकसित करने व सुडौल बनाने हेतु तरह-तरह के व्यायाम व तेलों की मालिश करती हैं और एक से बढ़कर एक तकनीक अपनाती हैं, फिर भी वे आशानुकूल वक्ष विकसित नहीं कर पाती। आनुवांशिकता के कारण महिलाओं में यौवनावस्था में समुचित विकास न होना, हार्मोन्स का असंतुलन, खाने में आवश्यक प्रोटीन्स की कमी, शारीरिक रूप से कमजोर होना, वक्ष का ढीलापन, गर्भधारण के पश्चात व बच्चों को स्तनपान कराने के बाद वक्ष सुडौल नहीं रहते, जिसके कारण महिलाओं में हीनभावना आ जाती है, उनका विवाहित जीवन का भी पूरा सुख उठा पाना मुश्किल सा हो जाता है, पुरुष भी सुडौल स्तन को पसंद करते हैं तथा स्त्रियों का शारीर भी ढीले और बेडौल स्तन के कारण आकर्षक नहीं लगता।