अनेक रोगों की दवा-सैक्स

सैक्स अनेक रोगों की दवा भी है। जहां पर विवाहित जीवन में सैक्स एक दूजे के बीच सुख, आनंद, अपनापन लाता है, वहीं एक दूजे के स्वास्थ्य एवं सौन्दर्य को भी बनाए रखता है। सैक्स से शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन्स उत्पन्न होते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य एवं सौन्दर्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। सैक्स में एंडार्फिन हार्मोन की मात्रा बढ जाती है, जिससे त्वचा सुंदर, चिकनी, व चमकदार बनती है। एस्टोजन हार्मोन शरीर के लिए चमत्कार है, जो एक अनोखे सुख की अनुभूति कराता है। उनमें उत्तेजना, उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास भी अधिक होता है। सैक्स से परहेज करने वाले शर्म, संकोच व तनाव से पीडि़त रहते हैं। दिमाग को तरोताजा रखने व तनाव को दूर करने के लिए नियमित सैक्स एक अच्छा उपाय है। सैक्स हृदय रोग, मानसिक तनाव, रक्तचाप और दिल के दौरे से दूर रखता है। सैक्स से दूर भागने वाले इन रोगों से अधिक पीडि़त रहते हैं।
सैक्स एक प्रकार का व्यायाम भी है। इसके लिए खास किस्म के सूट, शूज या मंहगी एक्सरसाइज सामग्री की आवश्यकता नहीं होती। सैक्स व्यायाम, शरीर की मांसपेशियों के खिंचाव को दूर करता है और शरीर को लचीला बनाता है। एक बार संभोग क्रिया करने से, किसी थका देने वाले व्यायाम या तैराकी के 10-20 चक्करों से अधिक असरदार होती है। सैक्स विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा दूर करने के लिए सैक्स काफी सहायक सि( होता है। सैक्स से शारीरिक ऊर्जा खर्च होती है, जिससे कि चर्बी घटती है। एक बार की संभोग क्रिया में 100 से 500 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है।
आह, उह, आउच, कमरदर्द, पीठ दर्द, गर्दन दर्द से परेशान पत्नी आज नहीं, अभी नहीं करती हैं, लेकिन यदि वह बिना किसी भय के पति के साथ संभोग क्रिया में शामिल हो जाए तो उसके दर्द को उड़न छू होने में देर नहीं लगती । सिर दर्द, माइग्रेन, दिमाग की नसों में सिकुड़न, उन्माद, हिस्टीरिया आदि का सैक्स एक सफल इलाज है। अनिद्रा की बीमारी में बिस्तर पर करवट बदलने या बालकनी में रातभर टहलने के बजाए बेड पर बगल में लेटी या लेटे साथी से सैक्स की पहल करें, फिर देखें कि खर्राटें आने में ज्यादा देर नहीं लगती। नियमित रूप से संभोग क्रिया में पति को सहयोग देने वाली स्त्री माहवारी के समस्त विकारों से दूर रहती है। रात्रि के अन्तिम पहर में किया गया सैक्स दिनभर के लिए तरोताजा कर देता है। सैक्स को सिर्फ यौन सम्बन्ध तक ही सीमित न रखें। इसमें अपनी दिनचर्या की छोटी-छोटी बांते, हंसी-मजाक, स्पर्श, आलिंगन, चुंबन आदि को शामिल करें। संभोग क्रिया तभी पूर्ण मानी जाएगी। सैक्स के बारे में यह बात ध्यान रखें कि अपनी पत्नी के साथ या अपने पति के साथ किया गया सैक्स स्वास्थ्य एवं सौंदर्य को बनाए रखता है। इस प्रसंग में यह बात विशेष ध्यान देने योग्य है कि जहां विवाहित जीवन में पत्नी के साथ संभोग क्रिया अनेक तरह से लाभप्रद है, वहीं अवैध रूप से वेश्याओं व बाजारू औरतों के साथ बनाए गये सैक्स सम्बन्धों से अनिद्रा, हृदय रोग, मानसिक विकार, ठंडापन, सिफलिस, सुजाक, गनेरिया, एड्स जैसी अनेक प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आप सफल व संतुष्टिदायक सैक्स करने में असमर्थ हैं और सैक्स से सम्बन्धित किसी भी कमजोरी या शिकायत से परेशान हैं तो बेझिझक मिलें।